"Ek baar maang kar to dekhta main, dosti ke liye jaan bhi de deta, par tumne aisa kaam kar ke apne aap ko meri nazaron se gira diya"
So I now believe that not everybody is like atleast me, there are few persons who are even poorer than me. Since I don't think that there is anyone even pittier than me. This incident made me realize that I have to be careful and to not to think that evryone is as he looks like from outside. There is a qawalli sung by Ustad Nusrat Fateh Ali Khan,
दोस्तों की शिकायत करुँ मैं
यह भी मुझ को गवारा नहीं है
लोग काँटों से बच क चलते हैं
हम ने फूँलों से ज़ख्म खाए हैं
तुम तो गैरों की बात करते हो
हम ने तो अपने भी आजमाए हैं
दोस्तों की शिकायत करुँ मैं
ये भी मुझ को गवारा नहीं है
दोस्तों ने करम वो किए हैं
जिंदगी की तमन्ना नहीं है
दुनिया में बंदे क खुदा होने
का वक्त आया उन्हें देखा तो
जाहिद नै कहा, ईमान की ये है
क उब इंसान वो सजदा रवा
होने का वक्त आया
अरे तौबा तौबा...
हंस इ जनान तौबा तौबा
यह भी मुझ को गवारा नहीं है
लोग काँटों से बच क चलते हैं
हम ने फूँलों से ज़ख्म खाए हैं
तुम तो गैरों की बात करते हो
हम ने तो अपने भी आजमाए हैं
दोस्तों की शिकायत करुँ मैं
ये भी मुझ को गवारा नहीं है
दोस्तों ने करम वो किए हैं
जिंदगी की तमन्ना नहीं है
दुनिया में बंदे क खुदा होने
का वक्त आया उन्हें देखा तो
जाहिद नै कहा, ईमान की ये है
क उब इंसान वो सजदा रवा
होने का वक्त आया
अरे तौबा तौबा...
हंस इ जनान तौबा तौबा
I am hurt, and I don't know I may ever be able to with you like I was earlier, I have so many faults in me, but above all these I am not a person who can forget this thing. The thing that hurt me is that why you need to do that, why? If you are reading this you know what I am talking about. Alas!
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